24 घंटे में बढ़े कोरोना के लगभग 3.5 लाख मामले, 700 से ज्यादा की मौत, MoH ने इन राज्यों के हालात बताए चिंताजनक|Covid is back
Crona Update India: केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण का कहना है कि कुछ राज्यों की स्थिति चिंताजनक है। कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं।
भारत में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं और जैसे कि वैज्ञानिकों का कहना है कि ये स्थिति आने वाले हफ्ते में या जनवरी के अंत तक और चिंताजनक हो सकती है। पिछले 24 घंटे की बात करें तो, देश में कोरोना के 3 लाख 47 हजार से ज्यादा मामले दर्ज किए गए हैं। वहीं, एक्टिव मामलों की संख्या 20 लाख के पार पहुंच गई है। साथ ही संक्रमण की वजह से एक दिन में 703 मरीजों की जान गई है। अगर बात कोरोना के नए वैरिएंट ओमीक्रॉन (Omicron) की करें, तो इससे संक्रमित होने वाले मरीजों की संख्या भी बढ़ी है। इस वैरिएंट के कुल 9,692 मामले सामने आए हैं, जो कि कल के मुकाबले 4.36 प्रतिशत ज्यादा है। इसी बीच भारतीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कुछ राज्यों के लिए चिंता व्यक्त की है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा है कि भारत के कुछ राज्यों की स्थिति चिंताजनक होती जा रही है। तो, आइए विस्तार से जानते हैं देश और दुनिया से जुड़ी कोरोना के सभी अपडेट्स।
चिंताजनक है भारत के इन 6 राज्यों की स्थिति: भारतीय स्वास्थ्य मंत्रालय
भारतीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए स्थिति को चिंताजनक बताया है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण का कहना है कि भारत के कुछ राज्य जैसे कि महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल दिल्ली और यूपी स्थिति चिंताजनक है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि पिछले सप्ताह रोजाना औसतन 2 लाख 71 हजार केस आए। 1 जनवरी पॉजिटिविटी रेट 2% थी और अब ये 16% हो गई है। देश में इस समय 50 हजार से ज्यादा एक्टिव केस वाले 11 राज्य, 10 से 50 हजार एक्टिव केस वाले13 राज्य और 10 हजार से कम एक्टिव केस वाले 12 राज्य हैं। साथ ही 515 जिले में पॉजिटिविटी रेट 5% से ज्यादा है।
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हालांकि, राजेश भूषण का ये भी कहना है कि दिल्ली में दूसरी लहर और तीसरी लहर की तुलना करें तो, तीसरी लहर में अस्पताल में एडमिट होने वाले मरीज बहुत कम हैं। तीसरी लहर के दौरान 18 साल से ऊपर के 99 प्रतिशत लोगों को बुखार और खांसी की शिकायत है। इसके अलावा कुछ लोग थकान और कमजोरी की शिकायत कर रहे हैं। साथ ही मरीज लगभग पांच दिन में ठीक हो रहे हैं। वहीं अगर 11 से 18 साल के बच्चों को देखें तो, उनमें ज्यादातर को सिर्फ बुखार ही हुआ है और इंफेक्शन फेफड़े तक नहीं पहुंचा है। इस तरह से स्थिति चिंताजनक जरूर है पर घबराने वाली बात नहीं है। बात अगर राजधानी दिल्ली की करें तो, दिल्ली में पिछले 24 घण्टे में 12,306 केस आए हैं और 21.48 फीसदी कोरोना संक्रमण.बढ़ा है। वहीं, एक्टिव केस 68,730 है।
5 साल से छोटे बच्चों के लिए मास्क नहीं है जरूरी
स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि 12 वर्ष और उससे अधिक उम्र के बच्चों को बड़ों की तरह मास्क पहनना चाहिए पर 5 साल से छोटे बच्चों के लिए ये जरूरी नहीं है। स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि माता-पिता की सीधी देखरेख में 6-11 साल के बच्चे सुरक्षित और उचित तरीके से मास्क का उपयोग कर सकते हैं।हाल ही में संक्रमण के मामलों खासकर ओमीक्रॉन वेरिएंट के कारण मामलों में बढ़ोतरी देखते हुए दिशा-निर्देशों की समीक्षा की गई है। साथ ही केंद्र सरकार ने बच्चों के लिए एंटीवायरल या मोनोक्लोनल एंटीबॉडी का उपयोग करने से मना किया है। मंत्रालय का कहना है कि स्टेरॉयड का उपयोग किया जाता है तो 10 से 14 दिनों में इसकी खुराक कम करते जाना चाहिए।
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