बालों की सुरक्षा
चहरे में सुंदरता में बाल चार चांद लगा देते हैं, परंतु यह सुंदरता शरीर के स्वास्थ्य पर निर्भर करता है।स्वस्थ शरीर तो बाल भी स्वस्थ पर व्यस्थ दिनचर्या में हम बालों को भूल जाते हैं।
बालों के अनेक रोग जैसे
बालों का टूटना, झड़ना,असमय सफेद होना आदि। कैमिकल युक्त सौंदर्य प्रसाधन का प्रयोग से समस्या और बढ़ जाती है।
बालों के रोगी होने के कारण
लम्बी बीमारी, टायफाइड, डायबिटीज़ आदि के अलावा चिंता,क्रोध, अवसाद नींद के लिए गोलियां का प्रयोग,अन्य नशीले पदार्थ,शराब, धूम्रपान आदि के सेवन से हमारा नर्वस सिस्टम कमजोर हो जाता है। अतः बाल कमजोर होकर टूटने लग जाते हैं, झड़ने व सफेद होने लगते हैं। कुपोषण की शिकार तथा दूध पिलाने वाली माताओं के बाल भी रोगग्रस्त हो जाते हैं।तेज धूप, धुआं, मिट्टी से भी बाल कमजोर हो जातें हैं।
बचाव
धूप,धूल, मिट्टी से बचावे। नशीले पदार्थों का सेवन बंद कर अपने खान पान को सुधारने से बालों को लम्बे समय तक निरोग रख सकते हैं।
बालों की सफाई नित्य करें। पोंछने का तौलिया, कंघी अलग रखें तथा उन्हें साफ रखें।
आहार में हरी पत्तेदार सब्जियों का सेवन करें तथा अधिक प्रोटीन एवं विटामिन युक्त आहार लें।
अपने दोनों हाथों की अंगुलियो के अग्रभाग को 5-5 मिनट दिन में दो बार रगड़े। कुछ दिन में अच्छा परिणाम दिखाई देगा।
परामर्श
योग द्बारा शरीर को स्वस्थ रखने से बाल स्वस्थ रखें जा सकते हैं। यौगिक क्रियाओं से रक्त संचार तथा संवेदन क्रिया से विषैले तत्व बाहर निकल जाते हैं।हल्के आसनों के बाद हलासन, सर्वांगासन,मत्स्यासन के बाद कपालभाति व भ्रामरी प्राणायाम नित्य करने से शरीर के साथ साथ बाल भी सुन्दर व स्वस्थ तथा चहरे पर तेज आता है।
ॐ ध्वनि– किसी एकान्त स्थान अथवा घर के शांत वातावरण में आसन बिछाकर पद्मासन में बैठें,हाथ ज्ञान मुद्रा में, आंखें बंद कर ॐ ध्वनि का दस दस मिनट सुबह शाम ध्यान करें।इस कम्पन से रक्त का संचार सीधा मस्तिष्क में होता है। इससे बालों को पोषण के साथ ही बाल स्वस्थ रहते हैं।
बाजारु उत्पादों का इस्तेमाल से समस्या और बढ़ जाती है। पुराने घरेलू उपचार अपनाकर बालों को कैसे स्वस्थ रखा जा सकता है।
जुओं से बचाव
सीताफल के बीजों की गिरी का पेस्ट बना कर बालों में रात को सोते समय लगा कर तौलिए से बांध लें। सवेरे धो लें। तीन दिन लगातार करने से जुए तथा पैदा अंडे भी नष्ट हो जाएंगे।
बाल सुन्दर व काले
- खीरे के रस को नियमित लगाएं और खाएं।
- एक हरा आंवला तथा चूर्ण बना कर सेवन करें,रस सिर पर लगाएं। हफ्ते में रूसी समाप्त और बाल काले होने लगेंगे।
- कलौंजी को भिगोकर पेस्ट बना कर बालों में एक माह लगाएं,बाल काले तथा चमकदार बन जाएंगे।
- भृंगराज का चूर्ण नित्य बासी मुंह एक चम्मच ठंडे पानी से खाने तथा इसका रस बालों में लगाएं,बाल काले, सुन्दर तथा मजबूत बनते हैं।
- आंवले के साथ काली तुलसी को समान मात्रा में पीसकर नींबू के रस के साथ घोलकर स्नान से पहले सिर में लगा लें। सूखने के बाद धोएं। इससे बाल काले, घने और मजबूत बनते हैं।
- एक आम की गुठली का गूदा,बीस बेरी के पत्ते, पांच ग्राम लोहे का बुरादा, त्रिफला चूर्ण दो चाय चम्मच लोहे की कड़ाही में भिगो दें। भीगने के बाद सिलबट्टे पर पीस कर पेस्ट बना लें।भैंस के दूध में मिलाकर हफ्ते में दो बार सिर पर लगाएं। चाहें तो मेंहदी भी मिला सकते हैं। एक से दो बार लगातार करने पर सिर का गंजापन दूर हो जाता है।( हफ्ते में दो बार एक माह तक)
सिर धोने के लिए बेसन में नींबू का रस प्रयोग करें। साबुन का प्रयोग न करे।